प्रकृति द्वारा संयोजित खजूर एक ऐसा फल है जो आयुर्वेद के अनुसार मधुर, पौष्टिक, बलवर्धक, श्रमहारक, संतोष दिलाने वाला, पिंत्तनाशक, वीर्यवर्धक और शीतल गुणों वाला है। ंखजूर में विटामिन, प्रोटीन, रेशे, कार्बाेहाइड्रेट और शर्करा होने की वजह से उसे पूर्ण आहार कहा जाता है।
खजूर की उत्पति अधिकतर रेगिस्तानी इलाकों में कम पानी और गर्म वातावरण में होती है। इसका पेड़ लगभग 30 से 40 फीट तक ऊंचा होता है और तना गोल, कठोर और शाखाविहीन होता है। नारियल के पेड़ के समान ऊपर के पत्तों के झुंड में गुच्छों के रूप में फल होते हैं। जब यह फल कच्चा होता है और पकने के बाद यह लगभग भूरे रंग के परिवार का रंग पाकर चिपचिपा से होता है और यह सूखने के बाद छुआरा कहलाता है। ताजे खजूरों की उपलब्धता अगस्त से दिसंबर माह तक होती है परंतु वर्षभर खजूर या तो कोल्ड स्टोरेज में रखे जाते हैं या सुखाकर 12 महीने इस्तेमाल की जाती है।
खजूर में पाये जाने वाले तत्वों में प्रमुखता – नैचुरल शुगर – 85 प्रतिशत, खनिज पदार्थ, विटामिन ए, बी, सी, कैल्शियम, पोटेशियम (प्रचुर मात्रा में), प्रोटीन, फाइबर, आयरन, कॉपर एवं सोडियम (अल्प मात्रा में) होते हैं जिनके कारण शरीर के अंग अच्छी तरह विकसित होते हैं। यह हृदय के लिए लाभकारी है। इससे भूख बढ़ती है, मांसपेशियां मजबूत होती हैं और शरीर में प्रतिरोधक शक्ति बढ़ने के साथ-साथ खजूर धातुवर्धक और कफ नाशक होता है। खजूर की तासीर वैसे शीतल होती है।
खजूर की वैसे तो दुनियाभर में करीब 200 से अधिक किस्में पाई जाती हैं और उनकी उपलब्धता और दुर्लभता के हिसाब से उनकी कीमत तय की जाती है जो कि 40 रुपये से 1500 रुपये प्रति किलो तक होती है परंतु आसानी से उपलब्ध होने वाले निम्न प्रकार के खजूर ज्यादा चर्चा में रहते हैं।
हयानी खजूर – ये खजूर काफी मुलायम होने के साथ ही काफी गहरे रंग का होता है। हयानी खजूर को ताजा ही खाना चाहिए क्योंकि यह पकने या ड्राई होने की अवस्था तक पहुंचते-पहुंचते खराब हो जाता है।
खदरावई खजूर – यह खजूर खासकर इराक में ही पाया जाता है। इस खजूर के पेड़ अन्य खजूरों के मुकाबले कम लंबे होते हैं। इसे सूखे खजूर यानी छुआरे और ताजे फल दोनों तरह से खाया जा सकता है।
डेगलेट नूर खजूर – ट्यूनीशिया और अल्जीरिया की सबसे अच्छी खजूर की किस्मों में से एक डेगलेट नूर है। थोड़ा सूखा और कम मीठा होता है। ये कई पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है।
अजवा खजूर – अरब के मदीना से आने वाला यह खजूर स्वाद के साथ ही काफी सेहतमंद और मुलायम होता है। इस खजूर को खाने के बाद मुंह से गुलाब की खुशबू आने लगती है।
डेयरी खजूर – यह खजूर काले रंग का होता है। साथ ही यह अन्य खजूरों के मुकाबले काफी लंबा होता है।
इतिमा खजूर – यह खजूर भी स्वाद में काफी मीठा होता है। इतिमा अल्जीरिया की प्रजाति है।
हल्लवी खजूर – यह खजूर इराक से ताल्लुक रखती है। इसमें घुलनशील ठोस पदार्थ 28 से 42 प्रतिशत के बीच होते हैं। हल्लवी खजूर बारिश को भी काफी हद तक सहन कर सकते हैं। इस खजूर को अन्य खजूरों के मुकाबले बेहद मीठा माना जाता है।
बरही खजूर – बरही खजूर सुनहरे पीले रंग का होता है। यह खजूर अपने अलग स्वाद और अधिक गूदे के लिए जाना जाता है। इस खजूर में ज्यादा गूदा होने की वजह से यह अन्य खजूरों के मुकाबले मोटा होता है।
मेडजूल खजूर – इस खजूर की उत्पत्ति मोरक्को में हुई। मेडजूल का स्वाद टॉफी की तरह होता है। यह काले खजूर की सबसे आम प्रजाति है।
खजूर हर मौसम में फल या मेवे के रूप में खाया जाता है। चूंकि, इसकी तासीर ठंडी और विभिन्न तत्वों से भरपूर होती है इसलिए कई मायनों में फायदेमंद रहती है। उपरोक्तानुसार खजूर में पाये जाने वाले तत्वों में कार्बोहाईडेªट, डाइट्री फाइबर और फैटी एसिड की मौजूदगी भी इनके उपयोग से शरीर में फायदा करती है।
खजूर के फायदे –
हृदय स्वास्थ्य – हृदय हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, खजूर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण आर्टरी सेल्स से कोलेस्ट्रॉल को हटाने में मदद करते हैं। इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर होता है।
हड्डी स्वास्थ्य – खजूर मैग्नीशियम, सेलेनियम, कॉपर और मैंगनीज का अच्छा स्रोत है। ये सभी पोषक तत्व हड्डियों को मजबूत करने के साथ ही इनसे जुड़ी परेशानियों को दूर करने में मदद करते हैं।
रक्तचाप – खजूर रक्तचाप के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है, क्योंकि इसमें पोटैशियम और मिनरल्स भरपूर होते हैं।
ऊर्जा बढ़ाने वाला – स्वाद और प्राकृतिक गुणों से भरपूर खजूर आपको ऊर्जा भी देता है। खजूर खाने से दिनभर शरीर में ऊर्जा का संचार इसमें मौजूद पोषक तत्व फ्रूटोज और ग्लूकोज की वजह से होता है।
सूजन कम करने में सहायक – खजूर में मैग्नीशियम पर्याप्त मात्रा में होता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए काफी महत्वपूर्ण है, दर्द और सूजन में भी फायदा मिलता है।
स्वस्थ गर्भावस्था – प्रेग्नेंसी के दौरान खजूर का सेवन किया जा सकता है। खजूर मां और बच्चे के लिए सुरक्षित और फायदेमंद है।
मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली – पौष्टिक आहार होने के साथ-साथ डेट्स में एंटीबैक्टीरियल गुण भी पाए जाते हैं, जो कई तरह की बीमारियों से शरीर को बचाते हैं।
कब्ज – खजूर का गूदा कब्ज के इलाज में काफी सहायक होता है। इसमें गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संक्रमण को भी संतुलित रखने के गुण होते हैं।
कोलेस्ट्रॉल – खजूर खाने से कोलेस्ट्रॉल भी नियंत्रित रहता है क्योंकि खजूर में पोटैशियम की मात्रा भी अधिक होती है।
डायरिया – दस्त के दौरान सही भोजन का चुनाव जरूरी होता है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि दस्त से निजात पाने में पोटैशियम काफी अच्छा होता है जो कि खजूर में भी होता है।
मस्तिष्क स्वास्थ्य – दिमाग को स्ट्रेस और सूजन से बचाने में खजूर काफी कारगर है। इसका नियमित सेवन आपको न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारियों से बचा सकता है। खजूर स्मृति को बढ़ाने में भी लाभदायक पाया गया है। एक अध्ययन के मुताबिक, खजूर में अल्जाइमर (धीरे-धीरे घटती स्मरण शक्ति) के प्रभाव को कम करने की क्षमता है। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, खजूर दिमाग की सूजन को रोकने में सहायक हो सकता है।
कोलन कैंसर – कोलन यानी पेट का कैंसर प्राण घातक हो सकता है। अजवा खजूर में मिलने वाले पॉली फेनॉल्स कैंसर से बचाव कर सकते हैं।
वजन बढ़ाने में सहायक – इसका रोजाना सेवन कर अपना वजन बढ़ा सकते हैं। एक रिसर्च के दौरान ग्राउंड डेट सीड्स से वजन में 30 प्रतिशत तक की वृद्धि देखी गई है।
नाइट ब्लाइंडनेस – रात को अंधेपन (रतौंधी) का प्रमुख कारण विटामिन-ए की कमी है। खजूर को नाइट ब्लाइंडनेस को दूर करने के लिए भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है।
बवासीर से बचाव – कब्ज की समस्या होने पर बवासीर हो सकती है। इसके सेवन से बवासीर की समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
एनीमिया – शरीर में आयरन की कमी से एनीमिया होता है। इस घातक समस्या से बचने के लिए नियमित रूप से खजूर का सेवन कर सकते हैं, क्योंकि इसमें आयरन की मात्रा ज्यादा पाई जाती है।
त्वचा स्वास्थ्य – खजूर में विटामिन सी और डी भी काफी मात्रा में पाया जाता है इसलिए यह त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। खजूर एंटी एजिंग तत्वों से भी भरपूर होता है।
बालों की सेहत – बालों के लिए भी खजूर काफी फायदेमंद है। आयरन से भरपूर होने के कारण, खजूर स्कैल्प में रक्त संचालन को बढ़ावा दे सकता है, जिससे बालों के विकास में मदद मिलती है। साथ ही इसमें मौजूद विटामिन ई भी आपके बालों की ग्रोथ के लिए काफी सहायक हो सकती है। खजूर के नियमित सेवन से बालों को सफेद होने से भी रोका जा सकता है।
खजूर के पेड़ की पत्तियां जो कि करीब 4-6 मीटर तक लंबी होती हैं और इसका उपयोग झाडू़, छप्पर व अन्य कार्यों में किया जाता है और इसकी गुठलियांे को पीस कर कॉफी के बीजों के साथ मिलाकर भी पिया जाता है। गुठलियों से निकलने वाले तेल से कॉस्मेटिक और साबुन बनाये जाते हैं।
खजूर खाने के फायदे कई सारे हैं, इसलिए औषधीय गुणों से भरपूर खजूर आप कभी भी खा सकते हैं। शरीर के लिए खजूर खाने के फायदे कई हैं, शायद इसी वजह से विश्व भर में इसे पसंद भी किया जाता है। इसमें मौजूद कई सारे पोषक तत्वों की वजह से इसे जीवन शैली का हिस्सा बनाना भी जरूरी है। द
- संपदा जैन
मेवा या खजूर कैसे उपयोग में लें –
खजूर को सेहतमंद स्नैक्स के रूप में ले सकते हैं। खजूर के बीज को हटाकर इसे स्नैक के लिए अखरोट, बादाम व काजू के साथ शामिल करें।
खजूर का जूस बनाकर भी लिया जा सकता है। इसमें मौजूद जीवाणुरोधी गुण आपको स्वस्थ रखने में मदद करेंगे। खजूर को छोटे टुकड़ों में काटकर थोड़ा पानी मिलाकर अच्छे से फेंट लें। जूस तैयार है।
फ्रोजन वनिला दही के साथ खजूर को काटकर परोस सकते हैं।
सूखे हुए खजूर (छुहारे) को भिगोकर भी खा सकते हैं।
नाश्ते में भी खजूर के कटे हुए कुछ टुकड़ों को मिला सकते हैं। इससे ब्रेकफास्ट और पौष्टिक हो जाएगा।
खजूर का इस्तेमाल मिल्क शेक में भी कर सकते हैं। आप एक गिलास ताजे ठंडे दूध में मुट्ठी भर कटे हुए खजूर मिलाकर अच्छे से फेंट लें। इसे सुबह और रात के समय पीना काफी फायदेमंद माना जाता है।