आम जनता की कमजोर याददाश्त भी महंगाई के लिए जिम्मेदार
पेट्रोल के दाम में एक बार फिर वृद्धि होने से पूरे देश में हाहाकार मचा है। अब तक जिसे महंगाई कहा जाता...
पेट्रोल के दाम में एक बार फिर वृद्धि होने से पूरे देश में हाहाकार मचा है। अब तक जिसे महंगाई कहा जाता...
सूुप्रसिद्ध समाज सेवी अन्ना हजारे के आन्दोलन के समय नेताओं की किरकिरी होने लगी तो उन्होंने आरोप लगान...
प्रसिद्ध समाज सेवी अन्ना हजारे का आंदोलन कितना सफल रहा? सरकार से वे अपनी मांगे मनवा पाने में कितना क...
दुनियाँ के सबसे बड़े लोकतंत्र वाले देश में राजनीतिक दंश का दर्द सिर्फ शब्दों में ढल रहा है। वह दर्द स...
मत्रों, कभी कबीर ने कहा था ‘माया महा ठगिनी हम जानी।’ लेकिन आज के युग मे यह राजनीति महाठगिनी है। पहले...
भ्रष्टाचार के असंख्य रूप हैं, जिनसे वह देश की जनता का सुख-चैन, जिंदगी की आशा-आकांक्षा, प्रगति-समृद्ध...
मारी हथेली पर जो वर्ष पसरा हुआ है, उसमें हिन्दी और उर्दू के कई साहित्यकारों के चेहरे जुगनू की तरह चम...
वैभववादी और बाजारवादी संस्कृति में देश में फल-फूलों से लदी अपार संपदा तो सभी राजनीतिज्ञों को दिखाई प...
संत पंचमी धरती के श्रृंगार का पर्व है-प्रकृति उस समय मादक, मदिर और मधुर लगती हे। कलियों के गहनों से...
हमारे देश में 15 अगस्त और छब्बीस जनवरी दो राष्ट्रीय पर्व हैं। पर्व-त्यौहार में जो उल्लास-उमंग हमारे...
इस अंक के साथ ‘युग सरोकार’ का दूसरा वर्ष प्रारंभ हो रहा है। इस पत्रिका की एक वर्ष की यात्रा के कई अ...
युग सरोकार के प्रकाशन का उद्देश्य पत्रिकाओं के झुरमुट में एक और पत्रिका को शामिल करना भर नहीं है, बल...